टाइम पर लोन न भरने वालों के लिए नई गाइडलाइन जारी, जाने जनता पर क्या पड़ेगा असर Bank EMI Rules Guidelines

Bank EMI Rules Guidelines: आज के युग में वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेना आम बात है। लेकिन कभी-कभी वित्तीय संकट या अन्य कारणों से व्यक्ति अपने कर्ज की ईएमआई का समय पर भुगतान नहीं कर पाता, जिसे लोन डिफॉल्ट कहा जाता है। आमतौर पर, यदि 90 दिनों तक भुगतान नहीं किया जाता, तो बैंक खाते को नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) की श्रेणी में रख देता है। ध्यान रखें, लोन डिफॉल्ट करना अपराध नहीं है, इसलिए इस स्थिति में भी आपके कुछ अधिकार होते हैं।

बैंक की कार्रवाई और आपके अधिकार Bank EMI Rules Guidelines

जब कोई लोन डिफॉल्ट होता है, तो बैंक पहले इसकी सूचना देता है और भुगतान के लिए कुछ समय देने का प्रस्ताव रखता है। यदि स्थिति नहीं सुधरती, तो बैंक कानूनी नोटिस भेज सकता है और आगे की कार्रवाई शुरू कर सकता है। ग्राहक की बैंक के पास गिरवी रखी गई संपत्ति को बैंक जब्त कर सकता है, लेकिन इससे पहले उसे उचित नोटिस देना होता है। इस प्रक्रिया में बैंक को ग्राहक को 60 दिन का नोटिस देना अनिवार्य है।

रिकवरी एजेंटों के साथ व्यवहार के नियम

बैंक द्वारा नियुक्त रिकवरी एजेंट कई बार वसूली प्रक्रिया के लिए आते हैं। हालांकि, उनके व्यवहार के लिए कुछ स्पष्ट नियम होते हैं। वे केवल सुबह 7 से शाम 7 के बीच ही ग्राहक से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की धमकी देना या दबाव डालना गैरकानूनी है। अगर रिकवरी एजेंट इन नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो ग्राहक के पास बैंक या बैंकिंग प्रतिनिधि में शिकायत करने का अधिकार है।

लोन डिफॉल्ट से निपटने के उपाय

  1. संवाद आवश्यक है: यदि आप लोन डिफॉल्ट की स्थिति में हैं, तो सबसे पहले बैंक से संपर्क करें और अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
  2. पुनर्गठन की संभावना: बैंक से चर्चा करके लोन की शर्तों को पुनर्गठित करने की मांग करें, जिससे ईएमआई को मैनेज करना आसान हो सके।
  3. कानूनी सलाह: लोन डिफॉल्ट की स्थिति में कानूनी सलाह लेना उचित रहता है। यह आपको अपने अधिकारों को समझने और उन्हें उचित तरीके से लागू करने में मदद करेगा।

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