New Challan System: चंडीगढ़ के बाद अब मोहाली में भी ई-चालान व्यवस्था लागू कर दी गई है. अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को चालान घर-घर भेजा जाएगा. जिसमें वाहन और चालक की तस्वीर भी होगी. यह पूरा सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए संचालित होगा. जिससे सड़क पर पुलिस कर्मचारियों की जरूरत नहीं होगी. यह आधुनिक तकनीक न केवल यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाएगी. बल्कि अपराध पर भी नियंत्रण में मददगार साबित होगी.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किया ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घाटन
गुरुवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 21.60 करोड़ रुपये की लागत से बने सिटी सर्विलांस एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (फेज-1) का उद्घाटन किया. इस अत्याधुनिक प्रणाली को लागू करने के लिए शहर के 17 प्रमुख स्थानों पर 351 हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे न केवल ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को पकड़ेंगे. बल्कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखेंगे.
पहले 6 घंटे में ही 3 हजार चालान जारी
सिस्टम चालू होते ही इसके असर दिखने लगे. पहले 6 घंटों में ही मोहाली में 3,000 से अधिक चालान काटे गए. यह दर्शाता है कि बड़ी संख्या में लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. इस नई तकनीक से अब बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वचालित रूप से चालान जारी होंगे. जिससे भ्रष्टाचार की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी.
कंट्रोल रूम से 24 घंटे ट्रैफिक पर नजर
इस सिस्टम की निगरानी के लिए मोहाली के सेक्टर-79 में स्थित सोहाना थाने की नई बिल्डिंग में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. यह कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा और पूरे शहर के ट्रैफिक पर नजर रखेगा. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर बच न सके.
कैमरों से हर वाहन और चालक की पहचान होगी
सड़क पर लगे हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे हर वाहन का नंबर रिकॉर्ड करेंगे. यहां तक कि गाड़ी में बैठे व्यक्ति के चेहरे की तस्वीर भी कैमरों में कैद होगी. यदि कोई बाहरी (दूसरे राज्य की) गाड़ी शहर में प्रवेश करती है, तो सिस्टम तुरंत इसकी जानकारी रिकॉर्ड कर लेगा. यह व्यवस्था चोरी हुए वाहनों को ट्रैक करने और अन्य अपराधों को रोकने में भी मदद करेगी.
यातायात प्रबंधन में भी मिलेगी मदद
सिर्फ ट्रैफिक उल्लंघन ही नहीं, बल्कि यह स्मार्ट सिस्टम यातायात प्रबंधन को भी आसान बनाएगा. अगर किसी सड़क पर जाम की स्थिति बनती है, तो कंट्रोल रूम से तत्काल निर्णय लेकर उसे सुचारू किया जा सकता है. इसके अलावा यदि किसी चौराहे पर सिग्नल रेड है. लेकिन ट्रैफिक कम है, तो यह सिस्टम अन्य भीड़भाड़ वाली सड़कों से ट्रैफिक निकालने में भी सहायक होगा.
अपराध दर कम करने में सहायक होगी यह प्रणाली
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि इस अत्याधुनिक प्रणाली का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा को बेहतर बनाना और प्रभावी कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करना है. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के साथ-साथ यह तकनीक अपराध रोकने में भी मदद करेगी.
लोगों की प्रतिक्रिया – सुविधाजनक लेकिन सतर्कता जरूरी
मोहाली के नागरिकों ने इस नई व्यवस्था को सकारात्मक रूप में लिया है. कई लोगों का मानना है कि इससे ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य हो जाएगा और सड़क पर अनुशासन बढ़ेगा. हालांकि कुछ लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि गलती से गलत चालान जारी हो गया तो उसे ठीक कराने में परेशानी हो सकती है. प्रशासन का कहना है कि ऐसी किसी भी स्थिति में कंट्रोल रूम के जरिए अपील करने का विकल्प दिया जाएगा.
ई-चालान प्रणाली से होंगे ये प्रमुख लाभ
- सड़क पर पुलिस बल की जरूरत कम होगी – पूरी प्रक्रिया स्वचालित होने से पुलिस कर्मियों की सड़क पर तैनाती कम करनी होगी.
- भ्रष्टाचार में कमी आएगी – मानव हस्तक्षेप न होने से रिश्वतखोरी जैसी समस्याएं खत्म होंगी.
- यातायात नियमों का पालन बढ़ेगा – लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें, क्योंकि हर उल्लंघन रिकॉर्ड होगा.
- अपराध रोकने में मिलेगी मदद – हर वाहन और चालक की तस्वीर लेने से अपराधियों की पहचान आसान होगी.
- यातायात प्रबंधन में सुधार होगा – ट्रैफिक फ्लो को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा.