Milk Prices Hike: इंदौर शहर में 1 मार्च शनिवार से दूध के दाम में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो गई है. इंदौर दूध विक्रेता संघ और मध्यप्रदेश दुग्ध व्यवसायी संघ ने यह घोषणा की है कि अब से दूध की बिक्री 62 रुपये प्रति लीटर होगी जबकि बंदी का दूध 60 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जाएगा.
क्यों बढ़े दूध के दाम?
दूध विक्रेताओं के अनुसार गर्मी के मौसम में चारे और पशु आहार की कमी हो जाती है जिससे उत्पादन लागत बढ़ जाती है. इसी कारण दूध के दामों में बढ़ोतरी की गई है. हालांकि विक्रेताओं का दावा है कि इससे उन्हें कोई लाभ नहीं होगा बल्कि यह पैसा किसानों तक पहुंचेगा.
अगस्त तक लागू रहेंगे नए दाम
बढ़े हुए दाम अगस्त 2024 तक प्रभावी रहेंगे. इसके बाद दुग्ध संघों द्वारा स्थिति की समीक्षा की जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो दामों में पुनः संशोधन किया जा सकता है.
इंदौर अनाज और दाल बाजार में मंदी का असर
इंदौर के दाल और अनाज बाजार में इस समय मंदी का माहौल बना हुआ है. चना मसूर और तुवर की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है. चने की नई फसल की आवक के कारण इसकी कीमतों में 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई है.
चना और बेसन की बिक्री कमजोर
- चना दाल और बेसन की खपत में कमी देखने को मिल रही है.
- मिलर्स की खरीदारी कम होने से चना कांटा 5500-5800 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गया.
- चना दाल के दामों में भी नरमी बनी हुई है जिससे आगे मंदी की संभावना जताई जा रही है.
तुवर दाल के दामों में गिरावट
- तुवर में 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई.
- मसूर दाल में 50 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार हुआ है.
- मटर आयात शुल्क नीति पर अब तक सरकार की ओर से कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ जिससे बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है.
मटर आयात पर सरकार के फैसले का इंतजार
28 फरवरी को मटर के शुल्क मुक्त आयात का अंतिम दिन था लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई स्पष्ट नीति सामने नहीं आई है.
- यदि आयात शुल्क जारी रहता है तो मटर के दामों में तेजी आने की संभावना है.
- अगर सरकार शुल्क छूट समाप्त करती है तो मटर के दाम और अधिक गिर सकते हैं.
- मुंद्रा हजीरा और कोलकाता पोर्ट पर भारी मात्रा में मटर का स्टॉक मौजूद है जिससे व्यापारियों के पैसे फंसे हुए हैं.
दाल-दलहन बाजार में उतार-चढ़ाव
अन्य दलहन और दालों के दामों में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया.
दलहन-दाल | न्यूनतम कीमत (रुपये/क्विंटल) | अधिकतम कीमत (रुपये/क्विंटल) |
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चना दाल | 7600 | 8100 |
मसूर दाल | 7450 | 7750 |
मूंग दाल | 9400 | 9700 |
तुवर दाल | 8900 | 11000 |
उड़द दाल | 8700 | 9300 |
इंदौर में गेहूं की बढ़ती आवक से कीमतों में गिरावट
- इंदौर में गेहूं की नई फसल की आवक तेजी से बढ़ रही है.
- अधिक आवक के कारण कीमतों में गिरावट दर्ज की गई.
- वर्तमान में गेहूं के दाम 3400-3700 रुपये प्रति क्विंटल के बीच कारोबार कर रहे हैं.
चावल बाजार में स्थिरता
इंदौर में चावल बाजार में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया. बासमती मिनी दुबार और कालीमूंछ के भाव स्थिर बने हुए हैं.
चावल का प्रकार | न्यूनतम कीमत (रुपये/क्विंटल) | अधिकतम कीमत (रुपये/क्विंटल) |
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बासमती (921) | 10500 | 11500 |
तिबार | 9000 | 10000 |
बासमती दुबार | 8000 | 8500 |
मिनी दुबार | 7000 | 7500 |
कालीमूंछ | 8500 | 9000 |
परमल | 3400 | 3500 |
उपभोक्ताओं पर असर
- बढ़े हुए दूध के दामों से आम जनता को अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा.
- दालों और अनाज की कीमतों में उतार-चढ़ाव से घरेलू बजट प्रभावित होगा.
- मटर आयात शुल्क पर सरकार के फैसले से दाल-दलहन व्यापारियों को बड़ा असर पड़ सकता है.
व्यापारियों और किसानों के लिए संभावनाएं
- दूध उत्पादकों को गर्मी में चारे की महंगाई से जूझना पड़ेगा.
- दाल और अनाज व्यापारियों को सरकार की आयात नीति पर नजर रखनी होगी.
- गेहूं और तुवर की कीमतों में गिरावट से किसानों को नुकसान हो सकता है.