Sona Chandi Ka Bhav: इन दिनों उत्तर प्रदेश के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. शुक्रवार यानी 22 मार्च 2025 को भी प्रदेश में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. ऐसे में जो लोग सोने की खरीदारी का मन बना रहे हैं. उनके लिए यह एक राहत भरी खबर हो सकती है. खासकर लखनऊ, कानपुर और मेरठ जैसे बड़े शहरों में सोने के दाम में कमी देखने को मिली है.
लखनऊ में 22 और 24 कैरेट सोने के ताजा दाम
राजधानी लखनऊ में आज सोने की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है.
- लखनऊ में 24 कैरेट सोने का भाव ₹90,370 प्रति 10 ग्राम है. जिसमें ₹230 (-0.25%) की कमी आई है.
- वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत ₹82,850 प्रति 10 ग्राम है. जिसमें भी ₹230 की गिरावट दर्ज की गई है.
लखनऊ में इस गिरावट के बाद सर्राफा बाजार में ग्राहकों की संख्या में भी हल्की बढ़ोतरी देखी गई है. क्योंकि दाम गिरने पर आमतौर पर खरीदारी बढ़ जाती है.
कानपुर में भी सस्ता हुआ सोना
लखनऊ की तरह ही कानपुर में भी आज सोने के दामों में कमी देखी गई है.
- कानपुर में 24 कैरेट सोना ₹90,370 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है.
- वहीं, 22 कैरेट सोना ₹82,850 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है.
दोनों ही शुद्धता में ₹230 की गिरावट आई है. जिससे स्थानीय बाजार में ग्राहकों में उत्साह देखा जा रहा है.
मेरठ में भी सोने के भाव में गिरावट
मेरठ में भी शुक्रवार को सोने की कीमतों में कमी दर्ज की गई.
- 24 कैरेट सोना ₹90,370 प्रति 10 ग्राम और
- 22 कैरेट सोना ₹82,850 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है.
मेरठ में भी अन्य शहरों की तरह ही ₹230 (-0.25%) की कमी देखने को मिली है.
आखिर क्यों गिर रहे हैं सोने के दाम?
सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों के कई कारण हो सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ समय से डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर सोने की कीमतों पर भी पड़ा है. इसके अलावा भारत में भी त्योहारी सीजन के बाद मांग में थोड़ी सुस्ती देखी जा रही है. जिससे कीमतों में गिरावट आई है.
वैश्विक बाजारों में तनाव का असर
हालांकि सोने की कीमतें हाल में वैश्विक स्तर पर भी तेजी से बदली हैं. मध्य-पूर्व में तनाव, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों में अनिश्चितता जैसे कारणों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि जब भी वैश्विक स्तर पर किसी प्रकार की अस्थिरता आती है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने को चुनते हैं. इससे सोने की मांग बढ़ जाती है और इसके दाम में तेजी आ जाती है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से भारतीय बाजार में यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता और घरेलू मांग में गिरावट के कारण देखी जा रही है.
भारत में क्यों बढ़ती है सोने की कीमत?
भारत अपनी सोने की जरूरतों का 80% से अधिक आयात करता है. ऐसे में अगर डॉलर मजबूत होता है या वैश्विक भू-राजनीतिक हालात अस्थिर होते हैं, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार में सोने की कीमतों पर पड़ता है. इसके अलावा महंगाई, ब्याज दरों में बदलाव और त्योहारी मांग भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं.
10 साल में कितना बढ़ा सोना?
अगर हम पिछले 10 साल की बात करें तो सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है.
- 2015 में सोना लगभग ₹25,000 प्रति 10 ग्राम था.
- वहीं 2025 में सोने ने ₹90,000 प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा छू लिया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भी सोने की कीमतों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. कुछ जानकारों का तो यह भी कहना है कि अगले 75 दिनों में वायदा बाजार में सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है.
सोना खरीदने का यह सही समय?
कीमतों में गिरावट के बाद अब सवाल उठता है कि क्या यह सोना खरीदने का सही समय है? विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं या गहने खरीदने की सोच रहे हैं, तो मौजूदा समय उपयुक्त हो सकता है. हालांकि अगर वैश्विक बाजार में फिर से तनाव या मांग बढ़ती है, तो कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है.
क्या करना चाहिए निवेशकों को?
- अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड या डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो कीमतें कम रहने तक निवेश कर सकते हैं.
- लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले निवेशक इस मौके का फायदा उठा सकते हैं.
- गहनों की खरीदारी करने वालों के लिए यह अच्छा समय हो सकता है क्योंकि कीमतें थोड़ी कम हुई हैं.