क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाल रहे है तो सावधान, वरना पड़ सकते है मुसीबत में Credit Card cash Withdraw

Credit Card cash Withdraw: आजकल क्रेडिट कार्ड का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. यह न केवल खरीदारी के लिए सुविधाजनक है. बल्कि आपातकालीन स्थिति में नकद पैसे निकालने के लिए भी उपयोगी हो सकता है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने से पहले कुछ महत्वपूर्ण नियमों और शर्तों को समझना जरूरी है. ऐसा न करने पर आपको भारी ब्याज और अतिरिक्त शुल्क चुकाने पड़ सकते हैं. आज हम क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे. ताकि आपको किसी भी वित्तीय नुकसान से बचाया जा सके.

कैश निकालने पर लगने वाला कैश एडवांस शुल्क

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से नकद राशि निकालने पर बैंक एक विशेष शुल्क वसूलता है, जिसे कैश एडवांस फीस कहा जाता है. यह शुल्क आमतौर पर निकाली गई राशि का 2% से 3% तक होता है. बैंक इसे आपके क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में जोड़ देता है. जिससे आपकी कुल देय राशि बढ़ जाती है. उदाहरण के लिए यदि आपने अपने क्रेडिट कार्ड से ₹10,000 निकाले और बैंक 3% शुल्क लगाता है, तो आपको ₹300 अतिरिक्त शुल्क देना होगा. यह राशि छोटी लग सकती है, लेकिन बार-बार निकासी करने से यह बड़ा बोझ बन सकती है.

क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर तुरंत लागू होता है ब्याज

क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करने पर आमतौर पर एक ग्रेस पीरियड (Grace Period) मिलता है. जिसमें आपको ब्याज नहीं देना पड़ता. लेकिन कैश निकालने पर यह सुविधा नहीं मिलती. जैसे ही आप पैसे निकालते हैं, ब्याज तुरंत लागू हो जाता है. बैंक इस पर सालाना 24% से 48% तक का ब्याज वसूल सकते हैं. ब्याज दर आपके बैंक और कार्ड के प्रकार पर निर्भर करती है. अगर आप समय पर भुगतान नहीं करते हैं, तो यह ब्याज लगातार बढ़ता जाता है. जिससे आपकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है.

कैश निकालने पर नहीं मिलता ग्रेस पीरियड

क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करने पर बैंक आमतौर पर 20 से 50 दिनों का ग्रेस पीरियड देते हैं, जिसमें आपको ब्याज नहीं देना पड़ता. लेकिन अगर आप कैश निकालते हैं, तो इस पर यह सुविधा लागू नहीं होती. इसका मतलब यह है कि अगर आपने किसी महीने की 1 तारीख को कैश निकाला, तो उसी दिन से ब्याज की गणना शुरू हो जाएगी. जबकि सामान्य खरीदारी पर आपको भुगतान करने के लिए कुछ समय मिलता है. यही वजह है कि विशेषज्ञ क्रेडिट कार्ड से नकद निकालने की सलाह नहीं देते.

क्रेडिट कार्ड की कैश लिमिट होती है सीमित

हर क्रेडिट कार्ड में एक निश्चित कैश लिमिट होती है. यह आपके कुल क्रेडिट लिमिट का 20% से 40% तक हो सकती है. उदाहरण के लिए यदि आपके कार्ड की कुल क्रेडिट लिमिट ₹1,00,000 है, तो आपको अधिकतम ₹20,000 से ₹40,000 तक ही कैश निकालने की अनुमति होगी. इससे अधिक राशि निकालने का प्रयास करने पर आपका ट्रांजैक्शन असफल हो सकता है. बैंक यह लिमिट इसलिए रखते हैं ताकि क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक दुरुपयोग न हो और ग्राहक अधिक सुरक्षित रूप से इसका इस्तेमाल कर सकें.

समय पर भुगतान न करने पर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है असर

क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने का सबसे बड़ा असर क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर पड़ता है. अगर आप कैश एडवांस का भुगतान समय पर नहीं करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. क्रेडिट स्कोर कम होने से भविष्य में लोन लेने में दिक्कत आ सकती है. बैंकों और वित्तीय संस्थानों को यह संकेत मिलता है कि आप अपने क्रेडिट को सही तरीके से प्रबंधित नहीं कर पा रहे हैं. इससे आपकी लोन लिमिट घट सकती है या भविष्य में आपको उच्च ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ सकता है.

क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने के नुकसान

क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने के कई नुकसान हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. उच्च ब्याज दरें – 24% से 48% तक की ब्याज दर.
  2. कोई ग्रेस पीरियड नहीं – ब्याज तुरंत लागू होता है.
  3. कैश एडवांस फीस – 2% से 3% तक का अतिरिक्त शुल्क.
  4. क्रेडिट स्कोर पर असर – समय पर भुगतान न करने से क्रेडिट स्कोर गिर सकता है.
  5. कैश लिमिट कम होती है – अधिक राशि निकालने की अनुमति नहीं होती.

कैश निकालने के विकल्प: किन तरीकों से करें पैसों का प्रबंध?

अगर आपको किसी आपात स्थिति में नकद पैसों की जरूरत है, तो क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने की बजाय इन विकल्पों पर विचार करें:

  • पर्सनल लोन लें: कई बैंक और वित्तीय संस्थान कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन प्रदान करते हैं.
  • ओवरड्राफ्ट सुविधा का उपयोग करें: अगर आपके पास बैंक अकाउंट में ओवरड्राफ्ट सुविधा है, तो इसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल करें: कई डिजिटल वॉलेट्स आपको छोटे लोन उपलब्ध कराते हैं, जिससे कैश की जरूरत कम हो सकती है.
  • दोस्तों या परिवार से सहायता लें: अगर संभव हो, तो परिवार या दोस्तों से अस्थायी रूप से सहायता लेना एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

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