New Highways: हरियाणा में गुरुग्राम- पटौदी- रेवाड़ी हाइवे (NH-352W) पर सफर करने के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना होगा. नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इस हाइवे के निर्माण की समय-सीमा को फिर से बढ़ा दिया है. पहले इस प्रोजेक्ट को 31 मार्च 2024 तक पूरा किया जाना था. लेकिन जनवरी 2024 तक केवल 70% काम ही पूरा हो पाया. इस वजह से NHAI ने इसे 30 सितंबर 2024 तक बढ़ा दिया है.
पांच बार बढ़ाई गई समय-सीमा
गौरतलब है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जुलाई 2020 में इस हाईवे का शिलान्यास किया था. इसके निर्माण को नवंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन बदलते हालात और तकनीकी अड़चनों के चलते इसकी डेडलाइन पांच बार बढ़ाई जा चुकी है.
गुरुग्राम से रेवाड़ी की दूरी होगी सिर्फ 40 मिनट
इस हाइवे के बन जाने के बाद गुरुग्राम से रेवाड़ी की यात्रा महज 40 मिनट में पूरी की जा सकेगी. इस प्रोजेक्ट पर करीब 1,000 करोड़ रुपये की लागत आ रही है.
इस हाइवे पर 25 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए जा रहे हैं. जिससे यात्रियों की आवाजाही सुगम और सुरक्षित हो सकेगी. इस हाइवे के चालू होने से दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा. क्योंकि अभी वाहन चालकों को गुरुग्राम-पटौदी रोड की खस्ताहाल स्थिति के कारण NH-48 के जरिए रेवाड़ी जाना पड़ता है.
द्वारका एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी
इस हाइवे को द्वारका एक्सप्रेसवे से सेक्टर-88B के पास फ्लाईओवर के जरिए जोड़ा जा रहा है. यह कनेक्टिविटी पूरी होने के बाद दिल्ली से रेवाड़ी आने-जाने के लिए वाहन चालकों को एक वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा. हालांकि, इस फ्लाईओवर का केवल 20% निर्माण कार्य ही पूरा हुआ है.
निर्माण में देरी के कारण
इस हाइवे के निर्माण में देरी की मुख्य वजहें तकनीकी और भौगोलिक समस्याएं हैं. खासतौर पर सेक्टर-88B से वजीरपुर तक का क्षेत्र निर्माण कार्य में सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है.
- बरसाती नाला: इस क्षेत्र में बरसाती नाला निर्माण कार्य में बाधा डाल रहा है. इसे हटाने की प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है.
- हाइटेंशन बिजली लाइन: हाईवे के कुछ हिस्सों में हाइटेंशन बिजली लाइनें हैं. जिन्हें अभी तक दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया है.
- भूमि अधिग्रहण और अनुमति: कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबी चल रही है और प्रशासनिक औपचारिकताओं में समय लग रहा है.
यात्रियों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?
इस हाइवे के निर्माण में देरी से यात्रियों को बड़ी परेशानी हो रही है. अभी वाहन चालकों को पुराने और जर्जर गुरुग्राम-पटौदी रोड से सफर करना पड़ता है. जिससे जाम और खराब सड़क की समस्या बनी रहती है.
- यात्रा का लंबा समय: अभी गुरुग्राम से रेवाड़ी पहुंचने में 1.5 से 2 घंटे का समय लग रहा है, जो हाइवे बनने के बाद सिर्फ 40 मिनट रह जाएगा.
- सुरक्षा की चिंता: मौजूदा मार्ग की खराब स्थिति के चलते दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.
- ट्रैफिक का दबाव: दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर अतिरिक्त ट्रैफिक बढ़ने से वहां भी जाम की समस्या हो रही है.
NHAI का अगला कदम क्या होगा?
NHAI ने निर्माण कार्य को तेज करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की घोषणा की है.
- रुकावटों को दूर करने के लिए प्रशासन के साथ समन्वय किया जा रहा है.
- बिजली लाइनों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया तेज की जा रही है.
- ठेकेदारों को निर्माण कार्य जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
हाईवे से मिलने वाले मुख्य फायदे
- आर्थिक लाभ: नया हाइवे बनने से परिवहन और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा.
- समय की बचत: यात्रियों को गुरुग्राम से रेवाड़ी जाने में केवल 40 मिनट लगेंगे.
- बेहतर कनेक्टिविटी: दिल्ली, गुरुग्राम और रेवाड़ी के बीच बेहतर सड़क संपर्क मिलेगा.
- ट्रैफिक का दबाव होगा कम: दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर ट्रैफिक लोड कम होगा.