Public Holiday: पंजाब सरकार ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 26 फरवरी बुधवार को राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इस फैसले से राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश रहेगा. यह निर्णय हिंदू समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. ताकि लोग इस पर्व को धूमधाम से मना सकें.
महाशिवरात्रि का महत्व और परंपराएं
महाशिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है. यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक है. इस दिन शिव भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और रात्रि जागरण करते हैं. शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध और धतूरा चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा की जाती है.
पंजाब सरकार का निर्णय और उद्देश्य
राज्य सरकार ने यह अवकाश घोषित करके हिंदू समाज को एक बड़ा सम्मान दिया है. पंजाब में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं और इस तरह के फैसले से सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलता है. सरकार ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस दिन सरकारी कार्यालय और शिक्षण संस्थान बंद रखे जाएं.
सरकारी और निजी संस्थानों पर असर
इस अवकाश का असर राज्यभर के सरकारी और निजी संस्थानों पर पड़ेगा. सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ कुछ निजी संगठनों में भी अवकाश रहेगा. हालांकि, आवश्यक सेवाएं जैसे कि पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से कार्यरत रहेंगी.
व्यापार और बाजारों पर प्रभाव
हालांकि यह अवकाश सरकारी संस्थानों के लिए लागू है. लेकिन कई निजी व्यवसाय और दुकानें भी इस दिन बंद रह सकती हैं. खासतौर पर मंदिरों के आसपास के इलाकों में भारी भीड़ देखी जा सकती है. जिससे व्यापारिक गतिविधियों पर असर पड़ सकता है.
मंदिरों में विशेष आयोजन
महाशिवरात्रि के अवसर पर पंजाब के प्रमुख मंदिरों में विशेष आयोजन किए जाएंगे. अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और पटियाला जैसे बड़े शहरों के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. कई जगहों पर भंडारे और विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया जाएगा.
राज्य में महाशिवरात्रि की धूम
पंजाब में महाशिवरात्रि पर खासा उत्साह देखने को मिलता है. कई शहरों में शिव बारात निकाली जाती है, जिसमें श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इस दौरान भजन-कीर्तन, धार्मिक नाटक और कथा वाचन का भी आयोजन होता है.
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था
सरकार और प्रशासन ने मंदिरों और प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. पुलिस बल को अलर्ट पर रखा गया है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. खासकर मंदिरों के पास ट्रैफिक डायवर्जन की योजना बनाई गई है.