चलती गाड़ी में सनरूफ खोलकर खड़े होना सही या गलत ? जाने क्या कहता है मोटर व्हीकल एक्ट Car Sunroofs Rules

Car Sunroofs Rules: आज के समय में कार निर्माता कंपनियां अपनी गाड़ियों में भरपूर फीचर्स दे रही हैं. पहले जहां सिर्फ महंगी और लग्जरी कारों में ही कुछ एडवांस फीचर्स देखने को मिलते थे. वहीं अब किफायती कारों में भी ये फीचर्स दिए जा रहे हैं. सनरूफ और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर्स अब छोटी गाड़ियों में भी मिल रहे हैं. टाटा पंच जैसी कॉम्पैक्ट एसयूवी में भी सनरूफ का ऑप्शन दिया जा रहा है. यही नहीं अब तो कंपनियां पैनारॉमिक सनरूफ तक ऑफर कर रही हैं, जो प्रीमियम सेगमेंट की पहचान मानी जाती थी.

सनरूफ का सही इस्तेमाल कैसे करें?

ऑटो कंपनियां सनरूफ को कार के अंदर ताजगी बनाए रखने के लिए देती हैं. इसका मुख्य उद्देश्य गाड़ी में हवा का उचित संचार बनाए रखना है. थोड़े-थोड़े समय के लिए सनरूफ खोलकर गाड़ी के अंदर ताजी हवा को आने दिया जाता है, जिससे सफर के दौरान ताजगी बनी रहती है. हालांकि इसका इस्तेमाल कई लोग गलत तरीके से करते हैं. जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.

सनरूफ: एक लग्जरी फीचर

सनरूफ का फीचर पहले केवल महंगी और लग्जरी गाड़ियों में देखने को मिलता था. लेकिन अब यह सुविधा छोटी और मिड-रेंज कारों में भी दी जा रही है. सनरूफ का फायदा यह है कि यह कार को अधिक प्रीमियम लुक देता है और गाड़ी के इंटीरियर को खुला और हवादार महसूस कराता है. हालांकि इसका गलत उपयोग खतरनाक साबित हो सकता है.

सनरूफ से बाहर सिर या हाथ निकालना गैरकानूनी

भारत में सनरूफ को लेकर कुछ सख्त नियम बनाए गए हैं. अक्सर देखा जाता है कि लोग चलती गाड़ी में सनरूफ से सिर या हाथ बाहर निकालते हैं, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. कई मामलों में यह गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है. यही वजह है कि मोटर व्हीकल एक्ट में इसे लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

मोटर व्हीकल एक्ट में क्या हैं नियम?

मोटर व्हीकल एक्ट 1988 (संशोधित, 2019) के अनुसार, गाड़ी के ड्राइवर पर सभी यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. अगर कोई यात्री चलती गाड़ी में सनरूफ से सिर या हाथ बाहर निकालता है. तो ड्राइवर पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इस नियम के तहत मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 और 177 के अंतर्गत जुर्माना लगाने का प्रावधान है.

सनरूफ से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना

अगर कोई व्यक्ति गाड़ी में सफर करते समय सनरूफ से बाहर सिर या हाथ निकालता है, तो इसके लिए जुर्माना लगाया जा सकता है.

  • पहली बार गलती करने पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है.
  • दोबारा उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि 300 रुपये तक बढ़ सकती है.
  • मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार के मालिक और ड्राइवर दोनों को दोषी माना जा सकता है.

सनरूफ का गलत उपयोग कर सकते हैं खतरनाक साबित

सनरूफ का उपयोग एक लग्जरी सुविधा के रूप में किया जाता है, लेकिन इसका गलत उपयोग कई बार जानलेवा साबित होता है. कुछ मुख्य खतरे इस प्रकार हैं:

  • एक्सीडेंट का खतरा: अगर कोई यात्री चलती कार में सनरूफ से बाहर सिर या हाथ निकालता है, तो तेज़ रफ्तार में किसी दूसरी गाड़ी या पेड़ की शाखा से टकराने की आशंका रहती है.
  • अचानक ब्रेक लगने पर गिरने की संभावना: सनरूफ से बाहर निकले व्यक्ति पर अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में चोट लग सकती है या वह गिर सकता है.
  • ड्राइवर का ध्यान भटकना: अगर यात्री सनरूफ से बाहर झांक रहे होते हैं, तो ड्राइवर का ध्यान भटक सकता है, जिससे सड़क हादसे होने की संभावना बढ़ जाती है.
  • धूल और प्रदूषण की समस्या: सनरूफ के जरिये धूल और प्रदूषित हवा कार के अंदर आ सकती है. जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.

सनरूफ का सुरक्षित उपयोग कैसे करें?

  • अगर कोई यात्री सनरूफ का गलत उपयोग कर रहा है, तो ड्राइवर को तुरंत सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए.
  • सनरूफ को तभी खोलें जब गाड़ी धीमी रफ्तार से चल रही हो और आसपास ट्रैफिक कम हो.
  • सफर के दौरान बच्चों को सनरूफ से बाहर झांकने न दें.
  • सनरूफ से हाथ या सिर बाहर निकालने से बचें.
  • सनरूफ का उपयोग केवल कार के अंदर वेंटिलेशन के लिए करें, न कि मनोरंजन के लिए.

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