Schools Closed: वाराणसी में महाकुंभ के कारण श्रद्धालुओं का भारी रेला उमड़ रहा है. लाखों की संख्या में भक्तों की आवाजाही के चलते शहर के प्रमुख मार्गों पर जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. इसी के मद्देनजर वाराणसी नगर क्षेत्र के कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को 22 फरवरी तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है.
जिलाधिकारी ने जारी किया स्कूल बंद करने का आदेश
वाराणसी के जिलाधिकारी ने बढ़ती भीड़ और यातायात अव्यवस्था को देखते हुए यह फैसला लिया है. उनके आदेश के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार पाठक ने सभी स्कूलों और खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि आदेश का कड़ाई से पालन किया जाए. आदेश के मुताबिक, यह नियम परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों पर भी लागू होगा.
ऑनलाइन क्लास के जरिए जारी रहेगी पढ़ाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूल बंद होने के बावजूद बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस संचालित की जाएंगी. सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को नियमित रूप से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखने की सुविधा प्रदान करें.
काशी तमिल संगमम् के कारण वीवीआईपी आगमन से शहर में जाम
शनिवार से वाराणसी में काशी तमिल संगमम् का शुभारंभ हुआ, जिसमें कई वीवीआईपी मेहमानों के आने के कारण अचानक डायवर्जन और यातायात प्रतिबंध लागू किए गए. इसके चलते शहर में भीषण जाम की स्थिति बन गई. खासकर शहर के इंट्री प्वाइंट्स पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
स्कूली बसों को जाम में गुजारने पड़े सात घंटे
शनिवार को वाराणसी के पड़ाव चौराहे के पास करीब 30 स्कूली बसें दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक जाम में फंसी रहीं. बसों में मौजूद बच्चे घंटों तक इंतजार करने को मजबूर हो गए. शाम 7:30 बजे के बाद कुछ बसें रामनगर और कुछ राजघाट से बाहर निकल पाईं. वीवीआईपी मूवमेंट के कारण नमो घाट से राजघाट पुल तक वाहनों का आवागमन रोक दिया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में लंबा जाम लग गया.
जाम में फंसे बच्चों और अभिभावकों की परेशानी बढ़ी
इस ट्रैफिक जाम के कारण स्कूल बसों के अलावा सवारी वाहन, सरकारी और प्राइवेट बसें, ऑटो, ई-रिक्शा सभी प्रभावित हुए. कैंट इलाके की रश्मि पाठक ने बताया कि जाम में फंसे छोटे बच्चे परेशान होकर रोने लगे थे. सुमंत अग्रहरि नामक व्यक्ति ने इस स्थिति को प्रशासनिक विफलता बताया, जिससे स्कूल बसों को घंटों तक जाम में खड़े रहना पड़ा.
शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए उठाए जा रहे कदम
प्रशासन ने इस घटना के बाद शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए विशेष कदम उठाने का फैसला किया है. यातायात विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखी जाए और वैकल्पिक मार्गों का सही उपयोग किया जाए. इसके अलावा परिवहन विभाग को भी निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारी रखें.
आगामी दिनों में महाकुंभ और संगमम् की भीड़ को देखते हुए प्रशासन सतर्क
वाराणसी में महाकुंभ के साथ ही काशी तमिल संगमम् के आयोजनों के चलते अगले कुछ दिनों में और अधिक भीड़ उमड़ने की संभावना है. इसे देखते हुए प्रशासन पहले से ही सतर्क हो गया है और सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है. श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और आवागमन के लिए निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें.